कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में लापरवाही बरतने से नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

भोपाल. कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में लापरवाही बरतने से नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला को हटा दिया। इसके एक घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई को इस पद का प्रभार भी सौंप दिया गया। हजेला असम-मेघालय कैडर के 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और पिछले साल ही प्रतिनियुक्ति पर मप्र में थे। समीक्षा बैठक के दौरान दिए ताजा आंकड़ों में गड़बड़ी के कारण मुख्यमंत्री नाराज हो गए थे। उन्होंने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस से कहा कि हजेला को तुरंत हटा दिया जाए।


असम एनआरसी से विवादों में रह चुके हैं हजेला
हजेला असम में एनआरसी को लेकर विवादों में आ चुके हैं। अगस्त 2018 में असम की एनआरसी का अंतिम प्रारूप जारी किया गया। इसमें 19 लाख लोग बाहर हो गए। केंद्र और असम सरकार ने दावा किया था कि बाहर हुए लोगों काफी संख्या ऐसे लोगों की है, जो वाकई में भारतीय नागरिक हैं। उन्हें एनआरसी में जगह नहीं मिली। तब यह आरोप लगे थे कि एनआरसी में ऐसे लोग आ गए जो बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं। इसके बाद बयानबाजी शुरू हुई तो कोर्ट ने हजेला व उनकी टीम के बयान देने पर रोक लगा दी। एनआरसी की मॉनिटरिंग का काम दूसरे अधिकारी को सौंप दिया गया। इसी बीच हजेला ने जान के खतरे कारण बताकर मप्र में प्रतिनियुक्ति मांगी।